अनंत अम्बानी में इतने बड़े बदलाव के पीछे हैं उनकी माँ नीता अम्बानी

अनंत अम्बानी हाल ही में मोटापे और बढ़ते वजन से एक जंग जीतकर आये हैं ।और ये सब हो पाया उनकी मेहनत लगातार एक्सरसाइज और उनके प्रेरणा श्रोत नीता अम्बानी के कारण । जानिये आप भी कैसे अपने बच्चे को उसके मंजिल तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं ।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपे एक इंटरव्यू में उनसे उनके वजन कम करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया " अनंत के अलावा मेरी प्रेरणा कोई और नहीं था । वो मोटापे का शिकार है, उसे अस्थमा है जिस वजह से हमें उसे बहुत सारे स्टेरॉयड पर रखना पड़ता था । अपने आप को स्वस्थ करने में लिए उसे ओन वजन घटाना ही था। एक बच्चा वही करता है जो उसकी माँ करती है इसीलिए खुद खाना खाते हुए मैं उसे डाइटिंग पर कैसे रख सकती थी । इसीलिए अनंत के साथ मैंने भी डाइटिंग शुरू की । उसने जो भी खाया मैंने भी वही खाया ।
वो जब भी एक्सरसाइज करता, मैं भी उसके साथ एक्सरसाइज करती। अगर वो वॉक पर जाता था तो मैं भी उसके साथ हो लेती थी । इसी कारण मेरा वजन भी घाट गया । वो मेरा प्रेरणा श्रोत रहा और हमेशा रहेगा क्योंकि हम आज भी मोटापे के खिलाफ एक लड़ाई लड़ ही रहे हैं ।देश में कई बच्चे हैं जिन्हें ये प्रॉब्लम है लेकिन माएँ इसे स्वीकारने में शर्माती हैं। लेकिन मुझे लगता है की आपको अपने बच्चे को वजन कम करने के लिए प्रेरित करना चाहिए । हम कुछ दिन के लिए लॉस एंजेल्स में चिल्ड्रन ओबेसिटी हॉस्पिटल गए जहाँ से रूटीन बनवाया गया । मुझे लगता है की यही वो कारण है की मैं पहले जो थी वहां से आज ये बन पायी हूँ । "
So happy to see Anant Ambani,lots of respect n sooo happy fr him.Takes a lot of willpower to loose 108kgs in 18mnths pic.twitter.com/Rfd6pgAeEn
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) April 10, 2016
With AnantAmbani on his 21st birthday He lost 108 kg in 18 months without any surgery what a will power pic.twitter.com/Vu9jF9p9Mo
— Rajeev Shukla (@ShuklaRajiv) April 9, 2016
धोनी ने भी अनंत के साथ अपनी फ़ोटो ट्वीट करते हुए लिखा " जन्मदिन मुबारक अनंत। तुम्बे अपने आप को एक बहुत सुन्दर तोहफा दिया है 100 से ज्यादा किलो वजन घटा कर। अनुशासन और हिम्मत।"
Wish u a very happy birthday Anant.u gave the best gift to urself by losing over 100kg.discipline and determination pic.twitter.com/0BNEl0drlH
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) April 10, 2016
अनंत अम्बानी ने ये साबित कर दिया है की हौसला और हिम्मत हो तो कुछ भी किया जा सकता है ।
- रीयलिस्टिक लक्ष्य निर्धारित करें : सबसे अच्छे लक्ष्य वो होते हैं जो उम्मीद से ऊपर तो हों लेकिन फिक्स हों और हासिल किये जाने लायक हों । उनके साथ उनके लाइफ में उनके लक्ष्यों के बारे में बात करें । जैसे " मैं डॉक्टर बनना चाहता हूँ", "मैं बिजनेसमैन बनना चाहता हूँ" आदि । उनकी मदद करें उन्हें इस लक्ष्य को हासिल करने में ।
- checkpoints सेट करें : एक बार आपने लक्ष्य तय कर लिया तो उनके लिए चेकपोइंट्स बना लें । जैसे मान लीJइये की उन्हीने कोई टेस्ट पास किया तो आप उसे बाहर कहीं डिनर पर ले जा सकते हैं । इससे उन्हें औने अचीवमेंट को पाने की प्रेरणा मिलती रहेगी।
- family plan तैयार करें : आप अपने बच्चे को बता सकते हैं की अगर उन्होंने कोई एक लक्ष्य पूरा कर लिया , जैसे अगर वो डॉक्टर बन गए तो पुरे परिवार पर कितना असर पड़ेगा, उससे बात करें की आप उनके लक्ष्य को याने में उनकी क्या मदद कर सकते हैं । इससे एक टीमवर्क की तरह काम करने का मज़ा आएगा ।
- unrealistic लक्ष्यों से मुँह न मोडें : अगर कोई लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता तो बच्चे को एक नया गोल बना कर दें जिसे वो हासिल कर पाये । इससे उन्हें पता चलेगा की वो क्या कर सकते हैं और क्या नहीं। इससे उन्हें पता लगेगा की जिस काम को वो पहले नहीं कर पा रहे थे उसे अब कैसे कर पा रहे हैं ।
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