आत्म-रक्षा से जुडी 5 मूल बातें जो हर पिता को अपनी बेटी को सिखाना चाहिए ।

चाहे पिता अपनी बेटी का कितना भी ख्याल रखें लेकिन उनकी बेटियां खुले तौर पर खुद से तभी एक्स्प्लोर कर पाएंगी जब उन्हें खुला छोड़ दिया जाएगा । उन्हें harms से shield करने का मतलब है उन्हें ऐसे स्किल्स और कॉन्फिडेंस के साथ empower करना जिससे वो खुद की रक्षा कर सकें ।अब उसी पंच मारना सिखाने से पहले जरूरी है की उसका कॉन्फिडेंस या लेवल तक बढ़ा दिया जाए जहाँ समय आने पर वो किसी भी तरह की चुनौतियों का सामना कर पाये । अपने पिता से बचपन से ही सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग लेने वाली stilettos and self defence की फाउंडर jennifer cassetta ।
"स्ट्रीट स्मार्ट रहना मुझे बचपन से ही मेरे पिता ने सिखाया और मैंने भी इसका सम्मान किया । सुरक्षा को लेकर महिलाओं में एक हीं भावना है । उन्हें लगता है की उनके पिता हणेशा उनके साथ रहेंगे और उनका ख्याल रखेंगे, वो कभी आत्मरक्षा के बारे में सोचते ही नहीं हैं । "जानिये jennifer क्या सोचती हैं पिता द्वारा बेटियों को छोटी उम्र से ही सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग देने के बारे में ।
आजकल के बच्चे अपने मोबाइल फ़ोन से चिपके रहते हैं । सोशल मीडिया जैसे इनकी साँसों का हिस्सा बन गया हो । लेकिन jennifer awareness और alertness को बहुत जरूरी मानती हैं ।
पिता को अपनी बेटी में समस्या के होने से पहले की उसे पहचानने की क्षमता भर देनी चाहिए। "आज के टाइम में यंग गर्ल्स, teenagers सब फ़ोन से कनेक्टेड हैं । कानों में earplug लगे होते हैं । हम ध्यान नहीं देते हैं। पिता को औने बच्चों को समझना चाहिए की फ़ोन से दूर रहना कितना जरूरी होता है , अपने चारो ओर देखिये, खास करके जब आप अकेले घूम रहे हों।"
बॉडी लैंग्वेज की पॉवर को समझना जरूरी है । "जब आप चल रहे हैं, अपना कंधा पीछे और सर ऊंचा रखें और हमेशा eye contact बनाएं । ये कॉन्फिडेंस ही हो सकता है किसी को ओके आसपास आने ही न दे।
अब अपनी बेटी को गन्दी भाषा तो कोई भी पिटा सिखाना नहीं चाहेगा लेकिन " मुझे लगता है की यंग लड़कियों को बुरी भाषा भी बोलनी आनी चाहिए । छेड़छाड़ करने वाले ज्यादातर लोग महिला से इस तरह की भाषा और attitude रखने की उम्मीद नहीं करते हैं । इसीलिए ये चीजें उन्हें दूर कर देती हैं । इसीलिए ऐसी भाषा सीखें और सही जगह इस्तेमाल भी करें ।
"अगर कोई आपको औने साथ जाने को कहे, या threatning अंदाज़ में आपके पास आये, तो आप ऐसी भाषा का सही टोन में इस्तेमाल कर सकती हैं । "
"अगर आप सच में फंस गयी हैं तो सबसे पहले दोनों घुटनों को मोडें और निचे गिर जाएँ । इससे आप सेंटर ऑफ़ ग्रेविटी के बीच में आ जाती हैं जिससे आपको उठा पाना और भी मुश्किल हो जाता है ।
पीछे न रहें, उसे जहाँ हो सके जितने जोर से हो सके चोट पहुंचाएं ।ज्यादातर सेल्फ डिफेन्स एक्सपर्ट इस बात से सहमत होते हैं की आँखों पर हमला करना, कानों के earings खींचना, या उँगलियाँ मोड़ देना attacker के मनसूबे पर पानी फेर सकता है।Jennifer के मुताबक आँख, गला, ग्रोइन ऐसी जगहें हैं जहाँ हमला किया जा सकता है। अगर आप अपनी बेटी को गए सभी बातें सीखा सकें तो वो attacker का सामना भी कर पाएगी और तुरन्त भाग कर सुरक्षित भी हो पाएगी।
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