हेमा मालिनी ने सौतेले बेटे सनी देओल के बारे में किया खुलासा..बताया कैसा है उनका रिश्ता

ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी पर अक्सर घर तोड़ने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन सौतेले बेटे सनी देओल पर दिया उनका बयान दूसरा पक्ष दिखाता है।
फैन्स हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की जोड़ी को आज भी पसंद करते हैं लेकिन इसके साथ ही वो धर्मेंद्र के दोनों परिवारों के बीच के सीक्रेट को जानना चाहते हैं।
धर्मेंद्र ने अपनी पहली शादी प्रकाश कौर से की थी और दोनों के दो बेटे सनी देओल और बॉबी देओल के अलावा दो बेटियां भी हैं।वहीं हेमा मालिनी से उन्होंने 37 साल पहले शादी की और धर्मेंद्र-हेमा की भी दो बेटियां ईशा और अहाना देओल हैं।
हालांकि धर्मेंद्र अपनी पहली पत्नी प्रकाश कौर से अलग नहीं हुए हैं और दोनों परिवार के साथ रिलेशन बनाए रखते हैं। लेकिन फैन्स के मन में हमेशा ये सवाल उठता है कि हेमा मालिनी का रिश्ता दोनों सौतेले बेटों के साथ कैसा है।
पूरा परिवार कभी भी साथ में एक तस्वीर में नहीं नजर आया है। सनी देओल और बॉबी देओल हेमा मालिनी से जुड़े किसी भी फंक्शन में नहीं पहुंचे।
उम्मीद से बिल्कुल अलग है सनी देओल और हेमा का रिश्ता
इसलिए जब हेमा मालिनी ने अपने और सौतेले बेटे खासकर सनी देओल के बारे में बात की लोग काफी खुश हो गए। हेमा मालिनी ने वाकई काफी खूबसूरत बातें शेयर की। उन्होंने कहा कि "हर कोई इसके बारे में बात करता है कि आखिर हमारा (मैं और सनी) रिश्ता कैसा है। ये बहुत ही प्यारा और सौहार्दपूर्ण है।"
“सनी हमेशा धरम जी के साथ खड़े होते हैं”
उन्होंने ये भी कहा कि सनी मुश्किलों के वक्त हमेशा साथ खड़े नजर आते हैं खासकर जब हेमा मालिनी कार दुर्घटना का शिकार हुई थीं।
उन्होंने कहा कि "जब भी जरूरत पड़ी वो (सनी देओल) हमेशा धरमजी के साथ खड़े नजर आए।" उन्होंने राजस्थान में हुए कार दुर्घटना के बारे में भी बात की जिसमें हेमा मालिनी को सर और नाक में चोट लगी थी।
हेमा मालिनी ने कहा कि उनसे मिलने के लिए सबसे पहले सनी देओल पहुंचे और सीधे डॉक्टर के पास लेकर गए।
“सनी को चिंता करते देख स्तब्ध रह गई”
हेमा मालिनी ने बताया कि "वो (सनी देओल) पहला शख्स थे जो मुझसे मिलने पहुंचे और घर भी आए और पता किया कि किस डॉक्टर से मेरी इलाज चल रही है और सही डॉक्टर ने मेरे चेहरे पर टांके लगाए हैं या नहीं। उसे इस तरह से केयर करते देखकर मुझे बहुत ही अच्छा लगा। इससे पता चलता है कि हमारा रिश्ता कैसा है।"
लोगों के बीच उनके बारे में अक्सर बातें की जाती है लेकिन ये साफ है कि देओल पुत्रों का अपनी सौतेली मां से किसी तरह की द्वेष की भावना नहीं है।
ऐसी परिपक्वता तभी आ सकती है जब अलग-अलग हुए पैरेंट्स अपने बच्चों को पूरा समय दें और रिश्तों को समझने के लिए स्पेस दें।
“ज्यादातर बच्चों के दोनों पैरेंट्स के साथ अच्छे रिश्ते होते हैं”
हमने क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक अनुजा कपूर से बात की और समझने की कोशिश की शादी टूट जाने के बाद पैरेंट्स कैसे बच्चों को अपने नए स्टेट्स के बारे में समझा सकते हैं।
अनुजा कपूर न हमें समझाया और पूरी लिस्ट बताई कि अलग-अलग हुए पैरेंट्स को कैसे बच्चों परिस्थिति में संभालना चाहिए। अनुजा कपूर ने कहा कि “पैरेंट्स ये नहीं समझते कि भले आपस में उनके रिश्ते खराब हो लेकिन बच्चों के दोनों पैरेंट्स के साथ रिश्ते अच्छे होते हैं। जब परिवार टूटता है तो उसका असर उनकी परवरिश पर पड़ता है।“
- बच्चों से खुलकर बात करें : उन्हें बताइए कि आप उनकी केयर करते हैं और उनकी जगह ना बदली है और ना तो उन्हें आप भूल गए हैं। उन्हें अपनी बातें कहने दीजिए और इस बदलाव के बारे में खुल कर बताएं और स्थिति को संभालें।
- सहानुभूति रखें : बच्चे पुर्नविवाह को हानि की तरह लेते हैं । वो दुबारा शादी के बारे में हो सकता है नहीं समझे या फिर उसके बारे में बात नहीं कर पाएं। आपके बच्चे क्या महसूस कर रहे हैं समझे। उन्हें सुने और उनकी चिंताओं को दूर करें।
- बच्चों को एडजस्ट करने का समय दें : कुछ बच्चे नए रिश्तों में जल्दी घुलमिल जाते हैं और कुछ थोड़े संवेदनशील होते हैं।उन्हें एडजस्ट करने में समय लगता है। बच्चों को नई परिस्थिति में तुरंत ढल जाने का दवाब ना डालें। आप उनसे उम्मीद रखें कि वो विनम्रता और इज्जत के साथ पेश आएं।