“सेक्स छोड़कर मेरे पति मुझे सारी सुख-सुविधा देते हैं...क्या मुझे इस शादी में रहना चाहिए?”

मेरे पति सुबह कमरे से बाहर उठकर जा रहे थे और मैंने उनसे कहा "क्यों ना तुम थोड़ी देर यहां मेरे पास बैठो" । सुबह के 6 बज रहे थे और हमारा बेटा अभी भी सो रहा था। एक कामकाजी कपल और बच्चों के माता पिता होने के नाते रविवार सुबह सेक्स के लिए परफेक्ट समय था।
मैंने अपनी उंगलियों को उसके बालों में फेरते हुए कहा कि "हमें आजकल बात करने का भी समय नहीं मिलता" वो थोड़ा चिढ़कर बोला "मत करो" मैंने भी पूछा" लेकिन क्यों"
उसका जवाब था "मेरा मूड नहीं है, अभी सोकर उठा हूं"
मैंने भी कहा कि "लेकिन मेरा है"
"मुझे कोई मतलब नहीं है" बस ये उसका जवाब था।
"तो मैं क्या करूं? तुम मुझे बताओ हमने आखिरी बार कब सेक्स किया था? क्या तुम्हें याद है? शायद एक साल पहले" मैं भी गुस्सा और कुंठा से चिल्ला उठी।
हमारी 14 साल की शादी में हमेशा यही होता है जब भी मैं रोमांटिक या सेक्स के मूड में अपने पति के साथ होती हूं।
मेरे पति परफेक्ट हैं...
हमारी शादी को 14 साल हो गए हैं और एक 9 साल का बेटा भी है। एक कपल के तौर पर सबकुछ सही चल रहा है। मेरे पति मुझसे प्यार, इज्जत, केयर और यहां तक कि अगर कामवाली ना आई हो तो किचन में मेरी मदद भी करते हैं। वो एक परफेक्ट पति हैं जो हर कोई चाहेगा।
परफेक्ट पति जो पूरे घर की जिम्मेदारी अपनी पत्नी को दे रखा है और किसी तरह की कभी शिकायत नहीं करता। वो अपनी पत्नी के लिए मां-बाप के सामने भी सही को सही और गलत को गलत बोलता है। वो कभी अजीबोगरीब परंपरा को मानने का प्रेशर नहीं देता। लेकिन एक बात है जो सबसे ज्यादा परेशान करती है वो ये कि पिछले 6 सालों से खासकर बेटे के जन्म के बाद से हम शायद ही कभी सेक्स करते हैं।
सच बताऊं तो हमने अचानक ही सबकुछ नहीं बंद कर दिया। सप्ताह में एक बार से महीने में एक बार हुआ फिर दो महीने में एक बार हुआ। इसके बाद मैंने गिनना ही छोड़ दिया क्योंकि बिल्कुल रेयर हो गया। मैं इंटिमेट होने की पूरी कोशिश करती हूं। मैं तैयार होती हूं, अपना प्यार जताती हूं और तो और मैं खुलकर इसके बारे में बात भी करती हूं। सच्चाई ये है कि मेरे पति को इससे कोई समस्या नहीं है। लेकिन मुझे इस सेक्सलेस लाइफ से समस्या है।
मुझे इसकी जरूरत महसूस होती है। मैं कभी उसका पीठ सहलाती हूं, उसे खींचकर पास लाती हूं और उसे एहसास दिलाती हूं कि मुझे सेक्स में दिलचस्पी है। एक मिडिल क्लास हाउस वाइफ आप जो चाहें कर सकती हैं लेकिन वो नहीं! है ना?
ये तो हर शादी में होता है...
जैसा कि हम सभी करते हैं मैंने ये समस्या अपने दोस्तों के साथ शेयर की। जाहिर है मैं सारा कुछ यहां नहीं बता सकती लेकिन मैंने कहा कि इंटिमेसी हमारे बीच नहीं है। इस पर लगभग सभी ने हामी भरी कि समस्या ये है कि मेरी शादी को काफी दिन हो गए।
एक ने बोला "15-20 साल की शादी के बाद शादी सेक्स से ज्यादा कंपैनियनशिप को लेकर हो जाती है।" दूसरे ने कहा "सिर्फ तुम नहीं हो जो इससे गुजर रही हो। ये हर कपल के साथ होता है। ये कॉमन है।"
मैंने उनसे पूछा कि आखिर इसका हल क्या है? क्या मुझे ऐसी शादी में रहनी चाहिए जहां सेक्स बिल्कुल भी नहीं है?
मेरी एक दोस्त ने कहा कि "हां क्योंकि सेक्स ही शादी में इकलौती चीज नहीं है और पत्नी को इससे कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।" एक और दोस्त ने कहा कि"तुम बहुत खुशकिस्मत हो कि तुम्हारे पति इस दुनिया के बेस्ट पति हैं और तुम सेक्स के बारे में सोचती हो? इससे बाहर निकलो।"
मैनें उस दिन अपने दोस्तों से काफी दुखी थी। मेरा सवाल है कि क्यों पत्नी सेक्सुअल पार्ट के बारे में बात नहीं कर सकती?क्या ये मूलभूत आवश्यकता नहीं है?अगर पति नहीं तो किसके साथ किसके साथ आखिर बातें बात करे।
क्या मैं नहीं बताऊं कि मैं क्या चाहती हूं? क्या इस बात की चर्चा हमें अपने पति से नहीं करनी चाहिए जैसे हम राजनीति, ,स्कूल, काम के बारे में बात करते हैं?आप क्या सोचते हैं? आपको क्या लगता है मुझे क्या करना चाहिए ?
* पहचान छिपाने के लिए लेखिका का नाम नहीं बताया गया है।
Source: theindusparent