Breast milk बढ़ाने के 9 सफल तरीके
पता लगाएं कि जब बात ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने की आती है तो कौन सा तरीका सफल रहता है और कौन सा नहीं।

ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के 9 सफल तरीके
ब्रेस्टमिल्क कम होने से परेशान हैं जच्चा को हमेशा इस बात की चिंता रहती है कि वे पर्याप्त मात्रा में ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन कर रही हैं या नहीं। बोतलों की तरह स्तन में दूध का मात्रा नापने का कोई साधन नहीं होता, जिससे यह पता लगाया जा सके कि शिशु ने कितना दूध पिया है।
अक्सर जब बच्चा और दूध के लिए जिद्द करता है या स्तन कम भरे हुए दिखाई देते हैं, तो मां यह समझती है कि वह पर्याप्त मात्रा में ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन नहीं कर पा रही है। लेकिन ज्यादातर मामलों में यह सच नहीं होता है।
नवी मुंबई स्थित हीरानंदानी फोर्टिस हॉस्पिटल्स की न्यूट्रिशनिस्ट व लैक्टेशन कंसल्टेंट डॉ. स्वाति ठोडा बताती हैं, ‘‘ब्रेस्टमिल्क की मात्रा जच्चा के स्वास्थ्य और स्तनपान को लेकर उसके रवैये पर निर्भर करती है।’’ पता लगाएं कि जब बात ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने की आती है तो कौन सा तरीका सफल रहता है और कौन सा नहीं।

सक्रियता से स्तनपान कराना
एक जच्चा का शरीर उसके शिशु द्वारा स्तनपान करने की प्रतिक्रिया में दूध का उत्पादन करता है। शिशु को अधिक समय तक स्तनपान कराने वाली मां के शरीर में प्रोलैक्टिन हॉर्मोन का उत्पादन ज्यादा होता है, जो उसमें दूध की आपूर्ति बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
प्रसव के बाद पहले सप्ताह में शिशु के स्तनपान के दौरान जच्चा को निप्पलों में दर्द या असहजता महसूस हो सकती है। लेकिन इससे घबराकर उसे स्तनपान कराना बंद नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे दूध की आपूर्ति पर असर पड़ सकता है।

शिशु को सही स्थिति में रखें
शिशु को स्तनपान कराते समय उसे एक सहज तरीके से पकड़ें। इससे आपको थकान और कमर में दर्द नहीं होगा, जबकि आप शिशु को ज्यादा सक्रियता से स्तनपान करा सकेंगी। सबसे बड़ी बात है कि शिशु भी आपके स्तन को अच्छी तरह पकड़ सकता है, जिससे उसे स्तनपान करने में आसानी होगी।
फीडिंग पिलो का इस्तेमाल करने से मां के लिए स्तनपान करते समय शिशु को बेहतर ढंग से पकड़ने में मदद मिलेगी।

सहज रहें
ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन काफी हद तक मां की इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। अगर आप तनाव में हैं तो इसका असर स्तनपान कराने की आपकी क्षमता पर पड़ेगा। गहरी सांस लें, सहज रहें और अपनी इच्छा से शिशु को स्तनपान कराएं।

स्तनपान रखें जारी
ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन मांग के आधार पर होता है। शिशु स्तनों को जितना चूसेगा उतने अधिक ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन होगा।
स्तनपान कराते समय घड़ी पर ध्यान देकर शिशु को हटाए नहीं। आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आप दिन भर स्तनपान करा रही हैं, लेकिन यह आपके शिशु के स्वास्थ्य और आपके शरीर में ब्रेस्टमिल्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए अच्छा है !

ब्रेस्ट पंप
अगर शिशु स्तन को अच्छी तरह पकड़ने में सक्षम नहीं है या फिर मां एनआईसीयू में भर्ती है, तो ऐसी स्थिति में ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो बिल्कुल
ऐसा अनुभव होता है जैसे शिशु स्तनपान कर रहा हो और इस तरह ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन शुरू हो जाएगा। अगर आप ब्रेस्ट पंप इस्तेमाल करने के बारे में सोच रही हैं तो किसी लैक्टेशन सलाहकार या इसका इस्तेमाल कर चुकी महिला की सलाह जरूर लें।

भोजन का रखें खयाल

पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपके शरीर में पानी की उचित स्तर बरकरार रहेगा और आपको
ब्रेस्टमिल्क के उत्पादन में मदद मिलेगी। डॉ. ठोडा बताती हैं, ‘‘ अगर माता के शरीर में पानी की कमी है तो वह अपने नवजात शिशु के लिए पर्याप्त मात्रा में ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन नहीं कर सकेगी।’’ सोडा, कॉफी या चाय का सीमित मात्रा में सेवन करें क्योंकि अधिक मात्रा में कैफीन शरीर में पानी की कमी कर सकता है, जिससे ब्रेस्टमिल्क उत्पादन घट सकता है।

आपूर्ति बरकरार रखना
धूम्रपान, शराब का सेवन, तनाव, गर्भ निरोधक दवाएं, थकान और शिशु जन्म के कुछ समय बाद ही फिर गर्भवती होने से भी ब्रेस्टमिल्क की आपूर्ति घट सकती है। उपर्युक्त बताए गए कारणों के अतिरिक्त हाइपोथॉयराइडिज़्म और एंटीहिस्टामिंस , डिकंजेस्टेंट्स या डायूरेटिक्स जैसी दवाएं,
पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिज़ीज या फिर प्रसव के तुरंत बाद वजन घटाने की मुहिम में जुट जाने से भी ब्रेस्टमिल्क की आपूर्ति घट सकती है।

गैलेक्टागोग्स
गैलेक्टागोग्स ऐसी जड़ी बूटियां या औषधि होते हैं, जिनका इस्तेमाल लैक्टेशन या जच्चा में ब्रेस्टमिल्क उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जाता है। इनका इस्तेमाल वे महिलाएं भी करती हैं, जो बच्चे को स्तनपान कराना चाहती हैं। शतावरी, अश्वगंधा और सौंफ अच्छे गैलेक्टागोग्स हैं और इनका इस्तेमाल कुछ टैबलेट में होता है जबकि बाज़ार में इनका पाउडर भी उपलब्ध है। डॉ. ठोडा कहती हैं,
‘‘प्रसव के बाद 2 से तीन दिन तक इनका इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन सिर्फ गाइनेकोलॉजिस्ट या लैक्टेशन सलाहकार की सलाह से।’’ अगर आप ‘ब्रेस्टमिल्क कैसे बढ़ाएं ’ की सूची में कुछ और जोड़ना चाहती हैं तो कृपया नीचे दिए गए टिप्पणी बॉक्स में टिप्पणी करें।