प्रेग्नेंसी में होती है मॉर्निंग सिकनेस...इस तरह से पाएं छुटकारा...बेहद आसान TIPS

शरीर में कमज़ोरी आना, उल्टी आना, सिर चकराना इन सभी दिक्कतों को मॉर्निंग सिकनेस का नाम दिया गया है।हर गर्भवती महिला गर्भावस्था के शुरआती तीन महीनों तक ऐसा महसूस करती है।
जैसे ही एक महिला गर्भधारण करती
शरीर में होने वालेहार्मोनल परि
यह सब सबसे ज्यादा प्रेग्नेंसी
फिर चौथे महीने से धीरे धीरे यह
अगर मॉर्निंग सिकनेस ज्यादा समय के लिए बनी रहे तो इस कारण गर्भवती का लगातार वज़न कम होता चला जाएगा जिस कारण मां और बच्चे दोनों पर असर पड़ेगा। ऐसे में कोख में पल रहे बच्चे को ठीक से पोषण नहीं मिलेगा। ऐसे में प्रीमैच्योर डिलिवरी होने का भी खतरा बढ़ जाता है।
तो आज हम आपको बताएंगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस से आप कैसे छुटकारा पा सकती हैं...पढ़िए...
अदरक का इस्तेमाल
मॉर्निंग सिकनेस से बचने के लिए आप अदरक का इस्तेमाल कर सकती हैं। अदरक वाली चाय आप पी सकती हैं। या फिर अदरक के टुकड़े को आप दिन में तीन या चार बार चबाएं। अदरक ज़ायका ठीक करने का काम करती है।
खाली पेट ना रहें
आप जब सुबह उठें तो थोड़ा चलने फिरने की कोशिश करें। इससे आपको अच्छा महसूस होगा। इसी के साथ आप खाली पेट ना रहें, उठने के बाद कुछ ना कुछ ज़रूर खाएं। कुछ ना कुछ खाती रहें।
नींबू का प्रयोग
नींबू भी मॉर्निंग सिकनेस दूर करने में काफी मदद करता है। अगर आपको उल्टी जैसा महसूस हो रहा है तो आप हर घंटे कुछ कुछ देर के लिए नींबू को सूंघे, इससे आपको अच्छा महसूस होगा।
कार्बोहाइड्रेट
आप दिन में थोड़ी थोड़ी देर में खासतौर पर ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन करें। इससे गर्भावस्था के दौरान होने वाली मॉर्निंगस सिकनेस में कमी आएगी।
सूप पिएं
सूप पीने से भी आप मॉर्निंग सिकनेस से आराम पा सकती हैं। आप रोज़ाना सूप पिएं। आप ताज़ा सब्ज़ियों का सूप घर में बनवाकर पिएंगी तो आपको आराम महसूस होगा।
तला हुआ खाने से बचें
तला हुआ खाने से मितली ज्यादा होगी। इसलिए आप तला हुआ खाना खाने से खुद को बचाएं। इसके अलावा आप कैल्शियम, विटामिन बी और प्रोटीन युक्त आहार लें जिससे आपको मॉर्निंग सिकनेस से निजात मिलेगी।
एपल सिडर विनेगर और शहद
आप एपल सिडर विनेगर को शहद में मिलाकर खाएं इससे आपको होने वाली मॉर्निगं सिकनेस से आराम मिलेगा।
डॉक्टर की लें सलाह
और अगर आपको इसके लक्षण ज्यादा गंभीर लगे तो अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें। अपनी मर्ज़ी से कभी कोई दवाई लेने की कोशिश ना करें, इससे आपकी और बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।