नई मॉम मीरा राजपूत कपूर ने किया कंफर्म..कर रहीं हैं दूसरे बेबी की प्लानिंग

मीशा को जन्म देने के 10 महीने बाद ही यमी मम्मी मीरा राजपूत कपूर दूसरी प्रेग्नेंसी के लिए तैयार हैं। जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा।
मीशा को जन्म देने के 10 महीने बाद ही यमी मम्मी मीरा राजपूत कपूर दूसरी प्रेग्नेंसी के लिए तैयार हैं। जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा।
याद कीजिए कुछ महीनों पहले ही शाहिद कपूर ने इशारों इशारों में कहा था कि मीरा एक और बच्चा चाहती हैं। तब शाहिद कपूर ने कहा था कि "मीरा अभी सिर्फ 22 साल की हैं और दूसरा बेबी भी जल्द ही चाहती हैं। वो एक तय उम्र तक बेबी को जन्म देने के बाद अपने करियर पर फोकस करना चाहती हैं। "
अब ऐसा लगता है कि मीरा राजपूत दूसरे बेबी के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
“मैं एक बच्चा और चाहती हूं”
एक दैनिक अखबार से बातचीत के दौरान मीरा ने बताया कि उन्हें लाइफस्टाइल और खाने से जुड़े करियर में दिलचस्पी है। लेकिन इसके पहले कि वो काम शुरू करें, उनकी कुछ और भी प्राथमिकताएं हैं जिसे पूरा करने के बाद वो अपने करियर पर ध्यान देना चाहती हैं।
उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि "मैं बिल्कुल काम करना चाहती हूं, ऐसे क्षेत्र में जाना चाहती हूं जो क्रिएटिव हो, जिसमें आगे बढ़ने का संभावना हो और परिवार से जुड़ी हुई हो जैसे खाना या लाइफस्टाइल।" उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि इसका उन्होंने कोई डेडलाइन नहीं तय कर रखा है।
उन्होंने कहा कि "नहीं, मैंने कोई डेडलाइन नहीं सेट किया है क्योंकि मैं पहले एक और बच्चे को जन्म देना चाहती हूं और फिर भविष्य का फैसला करूंगी।"
“मैं बिना शर्त प्यार करना चाहती हूं”
मीरा राजपूत कठिन प्रेग्नेंसी से गुजरी थीं लेकिन वो इससे डरी हुई नहीं हैं और जल्द ही दूसरा बेबी भी चाहती हैं। शायद ऐसा इसलिए है क्योंकि वो अपने होममेकर रोल को पसंद कर रही हैं। मीरा ने कहा कि उनकी बेटी मीशा उनकी पहली प्राथमिकता है। वो मीशा के लिए सबकुछ बेहतरीन चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि "मैं मीशा का बचपन बाकी बच्चों जैसा ही चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि उसे जो कुछ भी मिला है उसके लिए वो आभारी रहे लेकिन साथ ही विनम्र और पांव जमीन पर रहें।"
दूसरे बच्चे का फैसला करना काफी बड़ा निर्णय है, लेकिन मीरा राजपूत का मानना है कि पति शाहिद कपूर से सपोर्ट मिलने की वजह से वो आसानी से ये फैसला ले पाई हैं। मीरा के अनुसार शाहिद हमेशा परिवार को प्राथमिकता देते हैं।
मीरा राजपूत ने एक बयान में कहा कि "मैं बार बार ये नहीं कहना चाहती लेकिन शाहिद काम और परिवार में सामंजस्य बना कर चलते हैं। आज भी कुछ गलत हुआ और मैंने शाहिद को कॉल किया। वो ध्यान से मेरी बात सुनते रहे। उन्होंने कहा कि हां मैं काम कर रहा हूं लेकिन बताओ क्या बात है। वो कभी परिवार को नहीं भूलते।"
ऐसा लगता है कि शाहिद और मीरा ने दूसरे बच्चे का फैसला कर लिया है। एक और बेबी के बाद उनका परिवार पूरा हो जाएगा और मीरा भी अपने करियर पर ध्यान देंगी। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि भाई-बहनों के बीच कम अंतर होना ज्यादा अच्छा है।
भाई बहनों के बीच आइडियल उम्र का अंतर?
जब बात भाई बहनों के बीच उम्र के अंतर की हो तो कोई भी आइडियल नंबर नहीं होता। ये निर्भर करता है कि परिवार और बच्चे के लिए क्या अच्छा है। यहां हम आपको तीन चरणों में उम्र में अंतर के बारे में बता रहे हैं। सबके अलग अलग फायदे और नुकसान हैं। अगर आप भी दूसरे बेबी की प्लानिंग कर रहे हैं तो बेशक इसके लिए तैयार रहें।
- कम अंतर (दो साल से कम): भाई बहनों की उम्र में कम अंतर होने का मतलब है कम समय के अंतराल में दो बार प्रेग्नेंसी। कम समय में दो प्रेग्नेंसी के कारण प्रसव में काफी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा गर्भावस्था में आपको एक छोटे बच्चे का ख्याल भी रखना होगा। आने वाले बेबी की सुख सुविधाओं का ख्याल रखना होगा और इसका मतलब है अच्छी आर्थिक स्थिति का होना बहुत जरूरी है।
- मध्यम अंतर (दो से चार साल का अंतर): अगर आप दूसरे बेबी की प्लानिंग पहले बेबी के जन्म के दो साल या उशके बाद कर रहे हैं तो अच्छी बात ये है कि इस समय तक आपका शरीर पहली प्रेग्नेंसी के बाद स्वस्थ्य हो जाता है और प्रसव के लिए तैयार भी रहता है। आपका छोटा बेबी अपने बड़े भाई/बहन के कपड़े भी पहन सकता है। दो साल से अधिक अंतर होने पर बड़ा भाई/बहन अपनी जिम्मेदारियों को समझ सकते हैं और आपकी मदद भी करेंगे।
- उम्र में अधिक अंतर (चार साल से अधिक) – अगर आप दूसरे बेबी के लिए पहले बच्चे के चार साल या अधिक होने क इंतजार कर रही हैं तो आपको वापस अपने प्रेग्नेंसी के दिनों में जाना होगा लेकिन अच्छी बात ये है कि बड़े बच्चे अपना ख्याल खुद रख सकते हैं और उन्हें हमेशा आपके फिजिकल सपोर्ट की जरूरत नहीं होगी। इसलिए आप अपना ध्यान छोटे बच्चे पर अधिक दे सकती हैं। भाई-बहनों में अधिक उम्र का अंतर होने पर उन्हें एक दूसरे के पास आने में समय लगता है या फिर बड़े हो जाने के बाद वो अधिक क्लोज होते हैं।