क्यों अपने बेबी को नमक और चीनी एक साल तक ना दें आप

6 महीने तक बच्चे सिर्फ मां का दूध पीते हैं इसलिए उनके खाने में नमक मिलाने की आवश्यकता नहीं है कि क्योंकि जब जब उन्होंने नमक का स्वाद नहीं चखा है तो उन्हें कैसे अंतर पता होगा।
जब बच्चों को मां का दूध छुड़ाने का वक्त आता है तो जाहिर है कई सवाल मन में आते हैं कि बेबी के विकास के लिए सबसे अच्छा आहार क्या है ? जब तक कि वो बहुत छोटे हैं क्या नहीं खिलाना चाहिए?
सबसे पहले, आप खुद से सवाल करें कि आपको क्यों लगता है कि बेबी को एक खास डाइट और भोजन की जरूरत है? जैसे कि नमक खासकर खाने में मिलाया जाता है और वो भी तब जब बच्चे डिश पहचानने की कोशिश कर रहे होते हैं।
खाने को कम स्वादहीन बनाने के लिए नमक मिलाया जाता है लेकिन आपका बेबी अंतर नहीं बता पाएगा।
यहीं पर ज्यादातर पैरेंट्स गलती कर जाते हैं। अधिकतर समय बच्चे खाने को मन से इसलिए नहीं खा पाते क्योंकि उन्हें मां के दूध की आदत होती है और कुछ अलग खाना उन्हें पसंद नहीं आता।
6 महीने तक बच्चे सिर्फ मां का दूध पीते हैं इसलिए उनके खाने में नमक मिलाने की आवश्यकता नहीं है कि क्योंकि जब उन्होंने नमक का स्वाद नहीं चखा है तो उन्हें कैसे अंतर पता होगा।
बच्चों को नमक देने के नुकसान
बच्चों को दिनभर में 1 ग्राम नमक (0.4 ग्राम सोडियम) देना चाहिए। इससे ज्यादा नमक आपके बेबी के किडनी के विकास में बाधा बन सकता है और हाइपरटेंशन को भी बढ़ावा मिलता है।
बच्चों को अधिक नमक देने से ऑस्ट्रोपॉरोसिस, कार्डियोवैस्कुलर बीमारी और सांस से जुड़ी बीमारी हो सकती है। स्कैन2 से बच्चों की रोज की नमक के जरूरत के बारे में पता चलता है।
ज्यादातर पैरेंट्स घर का बना बेबी आहार बच्चों को देना पसंद करते हैं लेकिन अगर आप पहले से पैकेज्ड बेबी फूड देना चाहती हैं तो आप पहले जान लें कि कौन सा बेबी फूड आप दे रही हैं और उसमें नमक की कितनी मात्रा है।
यूके के National Health Service (NHS), के अनुसार अगर खाने में 0.6 ग्राम सोडियम 100 ग्राम खाने में पहले ही काफी ज्यादा है। आप नमक की मात्रा का अंदाजा सोडियम की मात्रा को 2.5 से गुणा करके निकाल सकते हैं।
Scientific Advisory Committee on Nutrition (SACN). के अनुसार यहां पर हम आपको उम्र के अनुसार नमक की कितनी मात्रा जरूरी है ये बता रहे हैं।
0-6 महीने
< 1 g (0.4g सोडियम)
6-12 महीने
< 1 g (0. 4g सोडियम))
1-3 साल
2 g (0.8g सोडियम)
4-6 साल
3 g (1.2g सोडियम))
7-10 साल
5 g ( 2 g सोडियम)
11 साल से ज्यादा
6 g (2.4 g सोडियम))

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कई बार लोग सोचते हैं कि एक चुटकी नमक बेबी के खाने में मिला देने से कुछ भी नुकसान नहीं है लेकिन इसी एक चुटकी नमक में कई तरह के नुकसान हैं।
एक चुटकी नमक मतलब एक ग्राम का चौथा भाग होता है।
अगर आप एक चुटकी नमक बेबी के तीनों समय के खाने में मिलाती हैं तो ये 0.75 mg नमक हुआ। आप अपने बेबी के खाने में बिना नमक मिलाए कैसे फ्लेवर ला सकती है। इसके लिए आप अलग अलग उनकी उम्र के अनुसार मसालों का इस्तेमाल कर सकती हैं जैसे हल्दी और दालचीनी आप खाने में मिला सकती हैं।
कई पैरेंट्स सोच सकते हैं कि चीनी या नमक बच्चों को नहीं देने का मतलब है कि वो कई फल नहीं बच्चों को खिला पाएंगे जो मीठे होते हैं और पौष्टिक भी।
लेकिन जहां तक बात मीठे या चीनी की है तो जो सफेद चीनी हम घर में इस्तेमाल करते हैं वो प्राकृतिक तरीके से मीठे नहीं होते हैं लेकिन फलों में प्राकृतिक मीठा पाया जाता है।
क्यों एक साल से पहले चीनी देना गलत है?
- चीनी कई तरह के केमिकल रिफाइनिंग विधि से बनता है जो बच्चों के लिए हानीकारक हो सकता है।
- अधिक चीनी से बच्चों को दांत से जुड़ी समस्याएं हो सकती है।
- अधिक चीनी से बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ सकता है
- स्टडी के अनुसार जो बच्चे चीनी अधिक खाते हैं उन्हें दिल से जुड़ी बीमारियां, मोटापा और डायबिटीज होने की संभावना होती है।

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बच्चों के लिए प्राकृतिक मीठा क्या है
- आप बच्चों के खाने में फल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- जब तक बच्चे 8 महीने का ना हो जाएं डेट सीरप का इस्तेमाल उनके खाने को मीठा बनाने के लिए कर सकती हैं।
- एक साल का होने पर आप शहद को प्राकृतिक मीठे के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं।
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