क्या आप भी अपने बेबी को बाएं ओर लेती हैं? जानिए इसके पीछे का कारण

हो सकता है अधिकतर माओं ने अभी तक ध्यान नहीं दिया होगा लेकिन ये हम सब जाने अनजाने में करते हैं।
हाल ही में शाहिद कपूर की पत्नी मीरा राजपूत मुंबई एयरपोर्ट पर बेटी मीशा को गोद में लिए नजर आईं। मीशा क्यूट ड्रेस में अपनी मम्मी की बाहों में बहुत ही प्यारी लग रही थीं। हमने एक बात जो फिर से गौर किया वो ये कि मीरा राजपूत मीशा को अपनी बाईं ओर गोद में ली हुईं थी।
इस तस्वीर में भी बेबी मीशा अपनी मम्मी की बाएं तरफ बाहों में हैं । हो सकता है अधिकतर माओं ने अभी तक ध्यान नहीं दिया होगा लेकिन ये हम सब जाने अनजाने में करते हैं।
इसे आप आजमा कर देखिए – आप बेबी को या कोई भारी बैग को अपने बाएं हाथों में 10 मिनट के लिए उठाकर देखिए और फिर 10 मिनट के लिए दाईं ओर। आपको खुद पता चलेगा कि बाईं ओर लेना दाईं ओर के मुकाबले ज्यादा आसान था। है ना बिल्कुल सच!
क्यों? जानिए रिर्सच क्या कहता है...
अगर रिर्सच की माने तो ये एक प्रक्रिया है जिसे लेफ्ट क्रैडलिंग कहते हैं जो हर मां करती हैं चाहे वो इंसानों की दुनिया हो या जानवरों की। सेंट पीट्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी, रूस के एक स्टडी में पाया गया है कि बाईं ओर गोद लेने के मां और बेबी दोनों को कई फायदे हैं।
रिर्सच से पता चलता है कि 70-80 प्रतिशत माएं अपने बेबी को बाईं ओर लेती हैं और जानवरों में भी अलग अलग प्रजातियों को मिलाकर 10 प्रतिशत मां बच्चों को बाईं तरफ लेती हैं।
इसके पीछे विज्ञान..
हमारे मस्तिष्क का दायां भाग हमारी भावनाओं और व्यवहार जैसे एक्सप्रेशन और रोना इत्यादि को कार्यान्वित करता है।चूंकि दिमाग का दायां हिस्सा हमारे शरीर के बाएं हिस्से को कंट्रोल करता है इसलिए अनजाने में ही सही लेकिन अपने बच्चों को बाईं ओर गोद में लेते हैं।
इससे बेबी और मां के बीच बॉन्डिंग भी ज्यादा अच्छी होती है क्योंकि मस्तिष्क का दायां हिस्सा हम जो देखते हैं और उसे समझने में मदद करता है। लेखक ने ये भी कहा है कि बाईं ओर गोद लेना बेबी के व्यवहार जैसे रोना, हंसना,जम्हाई लेना आदि को देखकर अच्छे से रिएक्ट करता है।
इसलिए सभी मॉम अगली बार आप अपने बेबी को गोद लें और थक जाएं तो याद रखिए बाईं ओर थोड़ी देर के लिए गोद लेना और समय बिताना ज्यादा बेहतर है।
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